समाज में अपनी अलग पहचान रखने वाले बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री शंकर केजरीवाल अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल की है। व्यवसाय से लेकर सामाजिक कार्यों तक समाज में अपने नेतृत्व से सबका दिल जीत लिया है। मुम्बई के भाग-दौड़ भरे जीवन में गरीबों की सुध शायद ही कोई लेता है, लेकिन परोपकार संस्था के माध्यम से उन्होंने समाज के गरीबों व वंचितों की सेवा का संकल्प लिया है। झूंझूनू राजस्थान के मूल निवासी श्री शंकर केजरीवाल का परिवार वर्षो पूर्व बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में आकर बस गया था। उनके पिताजी का यहां कपड़े का व्यवसाय था। यहीं पर सन् 29 जून 1948 को श्री शंकर केजरीवाल का जन्म पिताजी स्व. रामकिशन जी केजरीवाल तथा मातजी स्व. श्रीमती बसंती देवी के यहां हुआ। उनका बचपन व बी.कॉम. तक की शिक्षा मुजफ्फरपुर में ही हुआ। 1968 में उज्वल भविष्य की इच्छा लिए वे मुम्बई आ गये और फिर वह यहीं के होकर रह गये।
श्री शंकर केजरीवाल मुम्बई में कपड़े के मैन्यूफेक्चरिंग व ट्रेडिंग का व्यवसाय ‘मेमर्स गणेशदास रामकिशुन’ के नाम से शुरूआत किया। मेहनत, लगन व ईमानदारी के साथ किया गया उनका प्रयास सफल रहा और शीध्र ही मुम्बई महानगर में अपनी पहाचान बनाते हुए सफलता के शीर्ष की ओर कदम रखने लगे। कार्यों के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए कपड़ा व्यवसाय से जुड़े विभिन्न प्रमुख संस्थाओं की ओर से उन्हें आमंत्रण आने लगा और वे उनके साथ जुड़ने लगे। 117 वर्षों से भी अधिक पुरानी, मुम्बई कपड़ा व्यवसाय की सबसे बड़ी संस्था ‘हिन्दुस्तान चेम्बर ऑफ कॉमर्स’ का न सिर्फ उनको ट्रस्टी बनाया गया, बल्कि इसका समान्य मंत्री, उपाध्यक्ष तथा अध्यक्ष पद का दायित्व भी उनको सौंपा गया। इनके नेतृत्व में ‘हिन्दुस्तान चेम्बर ऑफ कॉमर्स’ ने व्यपारियों तथा कपड़ा व्यवसाय को आगे बढ़ाने हेतु अनेक कार्य व महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। ‘महाराष्ट्र टेक्सटाइल मर्चेंट मैन्यूफेक्चर एसोसिएशन, इचलकरंजी’ का पूर्व चेयरमैन के रूप में भी उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वाह कर चुके है। वर्तमान में भी ‘मुम्बई रेसिडेन्ट महाराष्ट्र टेक्सटाइल मर्चेंट मैन्यूफेक्चरिंग एसोसिएशन, इचलकरंजी’ का चेयरमैन के रूप में कार्य कर रहें है। इन सबसे आगे समाज के सर्वांगीण विकास तथा समाजिक, सास्कृतिक और अध्यात्म से लोगों को जोड़ने के मुख्य उद्देश्य को ध्यान में रखकर उन्होंने 1998 में अपने कुछ सहयोगियों के साथ ‘परोपकार’ के नाम से एक सामाजिक व धार्मिक संस्था का गठन किया। उनके कुशल नेतृत्व में आज यह संस्था एक वटवृक्ष का रूप ले चुका है।
पिछले 20 वर्षों में परोपकार संस्था के माध्यम से श्री शंकर केजरीवाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, गौसेवा, कन्या विवाह, अन्नजल सेवा, आध्यात्मिक, पर्यटन एवं विविध सांकृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपने आप को समाज के शीर्ष पर प्रस्थापित किया है। उनके नेतृत्व में संस्था के तमाम कार्यक्रम एक से बढ़कर एक हुए है। उनके नेतृत्व में यह संस्था मुम्बई के अग्रणी संस्थाओं में एक बन गया। संस्था का विस्तार मुम्बई से सुदूर उपनगर भायंदर तक हो चुका है तथा इसके लाभार्थियों की संख्या में लागातार वृद्धि होती जा रही है। राष्ट्रीय एवं प्राकृतिक आपदाओं में इस संस्था के माध्यम से आगे बढ़कर पीड़ित मानवता की सेवा में तन-मन-धन से हाथ बँटाया। राष्ट्र एवं समाज पर जब भी कोई विपदा आई है, उन्होंने संस्था के माध्यम से अपने कर्तव्यपालन में सदैव अग्रिम पंक्ति में खडे रहें है।
कारगिल संकट के दौरान शहीद जवानों के परिजन की सहायता के लिए परोपकार संस्था के माध्यम से साढ़े सात लाख रुपये की राशि तत्कालीन उप-प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवानी को सौंपा। गुजरात में आये भीषण भूकम्प से प्रभावित गांधीधाम में संस्था के माध्यम से 12 कमरों का एक कन्या छात्रावास का निर्माण करवाया। सुनामी त्रासदी से पीड़ितों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से संस्था ने 11 लाख रुपये की राशि प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को सौंपा। मुम्बई में 26 जुलाई 2005 की बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए उनके बीच जाकर अथक सेवा कार्य किए एवं उनको जीवनावश्यक सामग्रियों का वितरण किया। बिहार मे आये भीषण बाढ़ हो या महाराष्ट्र में आये भीषण सूखा सदैव उन्हें संस्था के माध्यम से पीड़ित मानवता की सहायता के लिए प्रेरित किया है। अभी हाल ही में प्रकृति के प्रकोप से उतराखंड़ की देवभूमि पूरी तरह से तबाह और बर्बाद हो चुकी है। हजारों लोगों व लाखों मकानों के विनाश से प्रायः वह प्रदेश ही जर्जर हो गया। वहां कि भयानक स्थितियां देखकर श्री शंकर केजरीवाल का मन व्याकुल हो उठा। मानवता का कर्ज उतारनें तथा देवभूमि के पुनर्वास हेतु परोपकार संस्था की ओर से एक करोड़ रुपये से अधिक का योगदान करनें का संकल्प लिया और देखते ही देखते असंभव सा लगने वाला यह लक्ष्य पूरा कर दिखलाया।
श्री शंकर केजरीवाल परोपकार के सत्संग समिति के माध्यम से संत समागम तथा आध्यात्मिक उत्थान के कई कीर्तिमान कार्यक्रम का आयोजन किये है जिसमें सवा लाख श्री हनुमान चालिसा पाठ अनुष्ठान, सवा पाँच लाख श्री हनुमान चालिसा पाठ अनुष्ठान, श्री हनुमान जयंति उत्सव आदि विशेष है। संस्था के सत्संग समिति के माध्यम से नवम्बर 2008 में मुम्बई में पहली बार परम पू. श्री रमेशभाई ओझा (भाईजी) के सान्निध्य में सिंगापुर क्रूज उपर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया जिसमें पूरे विश्व से 625 से अधिक भक्तों ने भाग लिया। इसी सफलता की कड़ी में संस्था की ओर से जनवरी 2010 में भक्तिभारती प्रेमा पांडुरंगजी के सान्निध्य में श्रीलंका में हनुमंत कथा, दिसम्बर 2010 में मुम्बई के क्रॉस मैदान में प.पू. श्री रमेश भाई ओझा के सान्निध्य में अष्टोतर 108 श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें 12 ज्योर्तिलिंग एवं भव्य शिव मंदिर की झांकियाँ बनाई गई थी। जुलाई 2011 में यूरोप के महासागर में क्रूज पर परम पू. श्री अवधेशानंदगिरिजी महाराज के सान्निध्य में श्रीराम कथा का आयोजन किया जो कि काफी सफल रहा। दिसम्बर 2012 में थाईलैंड के जोमथन शहर में परम पू. श्रीकांतजी शर्मा के सान्निध्य में शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया, जिसमें पूरे भारतवर्ष से 400 से आधिक भक्तों ने भाग लिया। इन्हीं धार्मिक कार्यों की श्रृंखला में श्री शंकरलाल केजरीवाल नववर्ष की शुरूआत श्री सिद्धिविनायक की पैदल यात्रा से करते है। हर वर्ष अपने सहयोगियों के जत्था के साथ दक्षिण मुम्बई महालक्ष्मी मंदिर से यात्रा की शुरूआत कर, श्री सिद्धिविनायक मंदिर दादर तक पैदल यात्रा का नेतृत्व करते हैं। मंदिर पहुँचकर गणेशजी की पूजा अर्चना कर एवं प्रसाद ग्रहण करते हैं।
परोपकार के सांस्कृतिक समिति के माध्यम से कवि सम्मेलन, होली सम्मेलन, दीपावली स्नेह सम्मेलन आदि का आयोजन श्री शंकर केजरीवाल समय-समय पर करते रहते है। संस्था के शुरुआत से लेकर आज तक संस्था के वार्षिक कार्यक्रम के रूप में कवि सम्मेलन का आयोजन होता रहता है, जिसमें संस्था सदस्यों के साथ समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाता है। अतिथी एवं उद्धाटक के रूप में उद्योगपति श्रीमती राजश्री बिड़ला, तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री श्री मुरलीमनोहर जोशी, श्री नितीश कुमार, श्री प्रमोद महाजन, श्री शहनवाज हुसैन, बंगाल के पूर्व गवर्नर श्री विरेन भाई शाह, श्री सुशील कुमार शिंदे, महाराष्ट्र के गवर्नर श्री पी.सी. अलक्जेंडर एवं मुख्यमंत्री श्री पृथ्वीराज चौहाण आदि प्रमुख हैं। कवि सम्मेलन के साथ ही संस्था की ओर से नियमित रूप से विविध नाटक का आयोजन समय-समय पर होता है। इन नाटकों में कृष्ण बनाम कन्हैया (मुख्य अभिनय – परेश रावल), चिंता छोड़ चिंतामणि, चाणक्य (मुख्य अभिनय – मोहन जोशी) आदि प्रमुख है।
विविध समाजिक कार्यों की श्रृंखला में श्री शंकर केजरीवाल ने परोपकार संस्था के माध्यम से विवध कोष की स्थापना की है। ‘चिकित्सा सहायता कोष’ के माध्यम से जगह-जगह पर निःशुल्क चिकित्सा तथा रक्तदान शिविर लगाकर सुप्रसिद्ध डॉक्टरों द्वारा लोगों की जाँच तथा जरूरतमंद लोगों की मदद किया करते है। जरुरतमंदो को निःशुल्क चश्मा वितरण एवं आंखों के ऑपरेशन की सुविधा प्रदान करते हैं। परोपकार संस्था के माध्यम से मरीजों की सुविधा हेतु अब तक 3 एम्बुलेंस (2 मुम्बई में एवं 1 वृदावन में) संचालित हो रहा है। एक एम्बुलेंस शववाहिनी ‘अंतिम संस्कार सेवा ट्रस्ट’ को परोपकार के माध्यम से उपलब्ध करवाया है। ‘शिक्षा सहायता कोष’ के माध्यम से प्रतिवर्ष म्युनिसिपल स्कूलों के बच्चों को निशुल्क बैग, नोटबुक, पेंसिल, कम्पास बॉक्स एवं पानी की बोतल इत्यादि का वितरण किया जाता है। ‘कन्या विवाह सहायता कोष’ के माध्यम से गरीब कन्याओं के विवाह हेतु आर्थिक सहायता दी जाती है। ‘अन्नजल क्षेत्र सहायता कोष’ द्वारा पिछले 18 वर्षों से गणपति विसर्जन के अवसर पर निःशुल्क वड़ापाव, जल वितरण पूरे मुम्बई में सभी क्षेत्रिय समितियों द्वारा प्रचुर मात्रा में किया जा रहा है, जिससे लाखों श्रद्धालु भक्तों को इसका लाभ मिलता है।
Father's Name: Late Ramkrishna Das Kejriwal
Mother's Name: Late Basanti Devi Kejriwal
Birth Date: Jun 29, 1948
Place of Birth: Muzfferpur, Bihar, India
Education: B. Com
Spouse(s): Smt. Shashi K. Kejriwal
Daughter: • Smt. Ekta Nilesh Shah • Namita Kejriwal
Grand Children: Kajal, Tanya
Brothers: • Shri Banwarilal Kejriwal • Late Shri Satyanarayan P. Kejriwal • Shri Sawarmal Kejriwal • Shri Mohanlal Kejriwal
Founder, Trustee & President: Paropkar, Mumbai
Ex-President: • Hindustan Chember of Commerce, Mumbai • BJP Business Cell, Mumbai
Chairman: • All India Business Council (Advisary Bord) • Mumbai Res. Maharashtra Textile Merchant Manufacture Association, Ichallkaranji
Trustee: Hindustan Chember of Commerce, Mumbai
Commitee Member: • Marwari Commercial High School & Jonior College, Mumbai
Ex-Member: Maharashtra Labour Welfare Bord
Address: Off No 13, 4th Floor, 384-M, Dabholkarwadi, Kalbadevi Road, Mumbai – 400 002 (India)